दिल्ली की मॉडल और प्रेमी को पत्नी के क़त्ल के लिए हुई उम्रकैद की सजा
2018 में प्रेमी की पत्नी सुनिता की हत्या की साजिश रचने वाली मॉडल एंजल गुप्ता और उसके प्रेमी मंजीत सिंह को आजीवन कारावास की सजा

2018 में दिल्ली में हुए एक दिल दहला देने वाले मामले ने बॉलीवुड के ग्लैमरस दुनिया को असल जिंदगी के खौ़फनाक सच से मिला दिया। एक 26 साल की मॉडल, जो फिल्मों में प्यार, धोखा और हत्या के रोल अदा करती थी, असल जिंदगी में प्रेम त्रिकोण में उलझ गई। इस त्रिकोण ने एक इंसानी जीवन की कीमत पर मौत का चक्र पैदा किया, और अब इस घिनौनी साजिश के दोनों मुख्य आरोपी—मॉडल एंजल गुप्ता और उसके प्रेमी मंजीत सिंह—को दिल्ली की अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
एंजल गुप्ता का जन्म एक भारतीय पिता और ब्रिटिश मां से हुआ था। उनका असली नाम शशिप्रभा था, लेकिन फिल्मी दुनिया में कदम रखने के लिए उन्होंने अपने नाम को 'एंजल' में बदल लिया। शुरुआत में वे कम बजट वाली फिल्मों, आइटम सॉन्ग्स और मैगजीन कवर पर नजर आईं, लेकिन बॉलीवुड की चमक-दमक और झूठे सपनों के बाद उन्होंने दिल्ली की ओर रुख किया।
यहाँ पर उनकी मुलाकात हुई मंजीत सिंह से, जो एक प्रॉपर्टी डीलर था। एक क्लब के बाहर खड़ी एंजल को दो लड़कों ने तंग किया, और तभी मंजीत ने उसकी मदद की, जिससे एंजल के दिल में उसके लिए प्यार उभर आया। लेकिन जब एंजल को पता चला कि मंजीत पहले से ही सुनिता नामक महिला से शादीशुदा है और उनका एक 16 साल का बेटी भी है, तो भी उनका प्यार बरकरार रहा।
मंजीत की शादी में दरार आने लगी क्योंकि वह घर से बाहर निकलकर एंजल के पास समय बिताने लगा था। एंजल के पिता राजीव, जो एक बड़े उद्योगपति थे, ने मंजीत से एक बड़ा फैसला लेने को कहा—या तो वह एंजल के साथ अपना जीवन बिताए, या फिर अपनी पत्नी सुनिता और बेटी के पास लौटे। यह वह समय था जब एंजल और मंजीत ने सुनिता की हत्या की साजिश रची।
इस घातक योजना को पूरा करने के लिए उन्होंने राजीव के ड्राइवर दीपक को हत्यारों का इंतजाम करने के लिए कहा और ₹10 लाख का प्रलोभन दिया। मंजीत ने हत्यारों को अपनी पत्नी सुनिता के रूटीन के बारे में बताया, जबकि राजीव और दीपक ने सुनिता की हर दिन की यात्रा की जांच की।
हत्या की पहली कोशिश करवा चौथ से एक दिन पहले की गई थी, लेकिन हत्यारे चूके क्योंकि वे पास के एक समोसा स्टॉल पर व्यस्त हो गए थे। चार दिन बाद, हत्यारों ने सुनिता को बवाना की सड़कों पर गोलियों से भून डाला। पुलिस ने लूटपाट को हत्या का कारण मानने से इनकार किया, क्योंकि सुनिता का पर्स और मोबाइल फोन उसके पास ही पड़े थे।
जांच के दौरान पुलिस को सुनिता की डायरी मिली, जिसमें उसने अपने पति और एंजल के अफेयर के बारे में विस्तार से लिखा था। इस डायरी के आधार पर पुलिस ने मामले की दिशा को समझा और जब मंजीत से पूछताछ की, तो उसने टूटकर अपराध कबूल कर लिया।
दिल्ली की रोहिणी अदालत ने 29 अप्रैल को एंजल गुप्ता, मंजीत सिंह, राजीव, ड्राइवर दीपक और दो शूटर विशाल और शहजाद को सुनिता की हत्या और साजिश में दोषी पाया। कुछ दिन बाद, दोनों प्रेमी-प्रेमिका को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, और इस तरह इस घातक प्रेम कहानी का दुखद अंत हुआ।
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