उत्तर प्रदेश में मॉकड्रिल को लेकर प्रमुख सचिव गृह की अहम बैठक - संवेदनशील जिलों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश
नेपाल सीमा से सटे जिलों में एयर रेड सायरन, ब्लैकआउट जैसी गतिविधियों की होगी तैयारी

राजधानी लखनऊ में सोमवार को प्रमुख सचिव गृह की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें राज्यभर में मॉकड्रिल की व्यापक तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में विशेष रूप से नेपाल सीमा से सटे जिलों और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रणनीति तय की गई।
प्रमुख सचिव गृह ने निर्देश दिए कि सिद्धार्थनगर, महराजगंज और बहराइच जैसे सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता बरती जाए और मॉकड्रिल के माध्यम से आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की तैयारियों को परखा जाए।
ब्लैकआउट और सायरन बजने की तैयारी
प्रशिक्षण के तहत एयर रेड सायरन, ब्लैकआउट और अन्य आपातकालीन गतिविधियों को शामिल किया जाएगा। इन अभ्यासों के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपदा या किसी सुरक्षा संकट की स्थिति में नागरिकों और प्रशासन की प्रतिक्रिया समयबद्ध और प्रभावी हो।
छात्रों और आम जनता को मिलेगा प्रशिक्षण
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि छात्रों और आम नागरिकों को भी आपदा प्रबंधन और आपातकालीन स्थितियों से निपटने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्कूल, कॉलेज और स्थानीय संस्थानों के सहयोग से यह जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
सीमावर्ती जिलों में अतिरिक्त सतर्कता के निर्देश
नेपाल सीमा से सटे जिलों की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती और निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं। मॉकड्रिल के दौरान स्थानीय प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की समन्वित भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
सरकार का यह कदम उत्तर प्रदेश को आपातकालीन स्थितियों से निपटने में और अधिक सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मॉकड्रिल न केवल सुरक्षा व्यवस्था की परीक्षा होगी, बल्कि आम नागरिकों को भी सतर्क और जागरूक बनाने का माध्यम बनेगी।
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