महाराणा प्रताप की जयंती पर सीएम योगी का पाकिस्तान को करारा संदेश

महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर लखनऊ में आयोजित एक समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल भारत के इतिहास की वीरगाथा को याद किया, बल्कि वर्तमान में देश के सामने खड़ी चुनौतियों को भी स्पष्टता और दृढ़ता से रेखांकित किया। हुसैनगंज चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा के लोकार्पण के साथ ही मुख्यमंत्री ने इस चौराहे का नाम “महाराणा प्रताप चौराहा” घोषित कर इतिहास और राष्ट्रभक्ति के मेल को जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री योगी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना का उल्लेख करते हुए साफ शब्दों में कहा, “भारत हर हाल में विजयी है और रहेगा। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।” उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी आतंकियों की कायरतापूर्ण हरकत का भारतीय सेना ने बहादुरी से जवाब दिया, और अब पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग पड़ता जा रहा है।
पाकिस्तानी सेना और नेताओं की उपस्थिति में आतंकवादियों के जनाजे का जिक्र कर सीएम योगी ने दुनिया को आईना दिखाया कि किस तरह पाकिस्तान आतंकवाद को पालने-पोसने में संलिप्त है। यह भारत की सैन्य कार्रवाई की प्रभावशीलता और पाकिस्तान की कुटिल मंशा का एक बेनकाब चित्र है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनता से अपील भी की कि वे सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से सचेत रहें और भारतीय सेना के मनोबल को बढ़ाने में सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि देश को एकजुट होकर केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में कार्य करना है। राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता से बड़ा कोई मुद्दा नहीं हो सकता।
सीएम योगी ने महाराणा प्रताप के जीवन और संघर्ष को आज के भारत के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा, “महाराणा प्रताप ने त्याग, तपस्या और अद्वितीय साहस से मुगलों की विशाल सेना को हल्दीघाटी में टक्कर दी और इतिहास रच दिया। हमें उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के लिए एकजुट होकर कार्य करना होगा।”
आज जब भारत आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक मोड़ पर खड़ा है, ऐसे समय में महाराणा प्रताप की जयंती पर यह संदेश अत्यंत सामयिक है—शौर्य और संकल्प से ही विजय का मार्ग प्रशस्त होता है। यह केवल भाषण नहीं, बल्कि एक स्पष्ट चेतावनी है—भारत अब किसी भी आतंकी शरारत को चुपचाप नहीं सहेगा। जवाब उसी भाषा में मिलेगा, जो दुश्मन समझे।
यह वक्त है जब देश के नागरिकों को भी महाराणा प्रताप की तरह अडिग, जागरूक और राष्ट्रनिष्ठ बनना होगा। भारत विजयी था, है और रहेगा—यही आत्मविश्वास अब पूरे राष्ट्र की पहचान बनना चाहिए।
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