लखनऊ में पुलिस लाइन में हुआ युद्ध जैसी स्थिति से निपटने का अभ्यास, सिविल डिफेंस की टीम ने किया रेस्क्यू ऑपरेशन
पाकिस्तान से तनाव के बीच केंद्र सरकार अलर्ट मोड में, 7 मई को देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल का आदेश

पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने पूरे देश को अलर्ट मोड पर डाल दिया है। इसी कड़ी में 7 मई को देशभर के 244 जिलों में एक साथ मॉक ड्रिल आयोजित करने का आदेश जारी किया गया है। सुरक्षा तैयारियों को परखने और आम जनता को युद्ध जैसी आपात स्थिति में सतर्क रहने के लिए यह एक अभूतपूर्व कदम माना जा रहा है।
लखनऊ में अभ्यास शुरू, पुलिस लाइन में हुई मॉक ड्रिल
इससे पहले सोमवार को राजधानी लखनऊ के पुलिस लाइन ग्राउंड में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। ड्रिल का उद्देश्य युद्ध जैसी किसी आकस्मिक स्थिति में प्रशासन, राहत एजेंसियों और सुरक्षा बलों की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता का परीक्षण करना था।
सायरन बजते ही सक्रिय हुई राहत टीमें
जैसे ही एयर रेड सायरन बजा, राहत एवं बचाव कार्यों से जुड़ी टीमें मौके पर पहुंच गईं। सिविल डिफेंस की टीम ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करते हुए “घायल” नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। इस दौरान जवानों ने त्वरित प्रतिक्रिया कौशल का प्रदर्शन किया।
प्रशिक्षण और बचाव का अभ्यास
मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को हमले के दौरान सुरक्षित रहने की ट्रेनिंग दी गई। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को तेजी से खाली कराने का अभ्यास किया गया, जिससे आपात स्थिति में अफरा-तफरी से बचा जा सके।
एंबुलेंस और दमकल रही मुस्तैद
ड्रिल में एम्बुलेंस, दमकल विभाग, और मेडिकल टीमें भी सक्रिय रहीं। घटनास्थल पर फायर फाइटिंग, प्राथमिक चिकित्सा और ट्रॉमा केयर जैसी गतिविधियों का वास्तविक अभ्यास किया गया।
देश में उत्पन्न संभावित खतरे को देखते हुए यह मॉक ड्रिल न केवल प्रशासनिक तत्परता का परीक्षण है, बल्कि आम जनता को भी जागरूक करने का महत्वपूर्ण प्रयास है। लखनऊ में हुई ड्रिल से यह स्पष्ट है कि सरकार और प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार है।
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