लखनऊ को मिलेगी नई पहचान: गोमती किनारे रिवर व्यू अपार्टमेंट और 1090 पर आइकॉनिक कॉम्प्लेक्स की सौगात

लखनऊ, नवाबों का शहर, अब तेजी से एक वैश्विक महानगर बनने की ओर अग्रसर है। इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने दो मेगा प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है, जो न सिर्फ शहर के बुनियादी ढांचे को नया आयाम देंगे बल्कि रोजगार, पर्यटन और आवास की दिशा में भी क्रांति लाएंगे। एलडीए द्वारा प्रस्तावित ये दोनों परियोजनाएं—1090 चौराहे पर होटल-कॉम्प्लेक्स और शहीद पथ पर गोमती नदी के किनारे ग्रुप हाउसिंग—शहर को एक नई पहचान देने जा रही हैं।
एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को रियल एस्टेट सेक्टर के निवेशकों के साथ एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें इन दोनों परियोजनाओं का खाका साझा किया गया। उन्होंने बताया कि ये प्रोजेक्ट्स पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर विकसित किए जाएंगे और तीन वर्षों में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
1090 चौराहे पर नया व्यापारिक केंद्र
1090 चौराहे पर स्थित 5.5 एकड़ भूमि पर लगभग 800 करोड़ रुपये की लागत से एक बहुपरिचित होटल, व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स और ऑफिस स्पेस विकसित किया जाएगा। यह स्थान पहले से ही शहर का हृदय स्थल माना जाता है। इस स्थान को नई भव्यता देने के लिए बिल्डिंग की डिजाइन और फसाड को आईकॉनिक रूप में तैयार किया जाएगा, जिससे यह लखनऊ की नई पहचान बन सके। निर्माण के बाद यहां उपलब्ध कार्यालय और व्यावसायिक स्थलों को 90 वर्षों की लीज पर आवंटित किया जाएगा, जिसे आगे बढ़ाया भी जा सकेगा।
रिवर व्यू अपार्टमेंट्स: जीवनशैली में नया आयाम
शहीद पथ पर पुलिस मुख्यालय के पीछे 51 एकड़ भूमि पर बनने वाले रिवर व्यू अपार्टमेंट्स एक अद्वितीय आवासीय अनुभव देंगे। यह परियोजना लगभग 2500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जाएगी, जिसमें 4,000 परिवारों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। योजना में 1BHK से लेकर 4BHK फ्लैट्स, पेंटहाउस, साथ ही EWS और LIG श्रेणी के आवास भी होंगे। गगनचुंबी टावरों में बनने वाली यह हाउसिंग सोसाइटी जिम, स्वीमिंग पूल, क्लब और योगा सेंटर जैसी सुविधाओं से सुसज्जित होगी। खास बात यह कि यह परियोजना गोमती नदी के किनारे होगी, जिससे हर अपार्टमेंट को ‘रिवर व्यू’ मिलेगा।
शहर की भविष्यवाणी: स्मार्ट लखनऊ की ओर कदम
इन दोनों परियोजनाओं को जोड़ने के लिए एलडीए द्वारा मास्टर प्लान रोड, ग्रीन कॉरिडोर और फ्लावर वैली जैसी सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। इससे क्षेत्र और अधिक प्राइम हो जाएगा और निवेशकों के लिए भी आकर्षण बढ़ेगा। जून 2025 में आरएफपी आमंत्रित की जाएगी और अनुबंध पर हस्ताक्षर के तीन साल के भीतर निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया गया है।
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