अस्पताल में लापरवाही की हद, मरीज की कमर पर टांगा गया ग्लूकोज

Jun 8, 2025 - 10:40
Jun 8, 2025 - 10:41
अस्पताल में लापरवाही की हद, मरीज की कमर पर टांगा गया ग्लूकोज

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली फिर एक बार सवालों के घेरे में है। सड़क दुर्घटना में घायल 55 वर्षीय अयोध्या प्रसाद को जैसे-तैसे अस्पताल में भर्ती तो किया गया, लेकिन इलाज के दौरान जो लापरवाही सामने आई, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया।

घटना सोमवार की है, जब रामनगर क्षेत्र के लोहटी पसाई मोती पुरवा निवासी अयोध्या प्रसाद बदोसराय के पास एक वाहन को बचाते हुए बाइक से गिरकर बुरी तरह घायल हो गए। उनके साथ मौजूद राज प्रकाश के मुताबिक, दोनों दवा लेने जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों की मदद से अयोध्या प्रसाद को सिरौलीगौसपुर के संयुक्त चिकित्सालय लाया गया।

अस्पताल में प्राथमिक उपचार के दौरान डॉक्टर ने टांके लगाए और ग्लूकोज चढ़ाने का निर्देश दिया। लेकिन ग्लूकोज की बोतल को स्टैंड पर लटकाने के बजाय मरीज की कमर पर टांग दिया गया, जिससे न सिर्फ मरीज के परिजन आक्रोशित हो उठे, बल्कि अन्य तीमारदारों में भी नाराजगी फैल गई।

परिजनों ने बताया कि उन्हें न बेड मिला, न स्ट्रेचर। अस्पताल में इधर-उधर भटकते रहे लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। यह नजारा वहां मौजूद सभी लोगों को विचलित कर गया। हालांकि अन्य मरीजों के साथ आए तीमारदार भी इस घटना पर नाराज दिखे, मगर अपने मरीजों के इलाज के चलते चुप रह गए।

अब परिजन इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की बात कह रहे हैं। इस प्रकार की असंवेदनशीलता और संसाधनों की कमी पर सवाल उठना लाजमी है—क्या सरकारी अस्पतालों में मरीजों की ज़िंदगी यूं ही लापरवाही की भेंट चढ़ती रहेगी?