पत्रकारों पर दबाव लोकतंत्र के लिए खतरा : विवेक प्रताप सिंह
जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसिएशन के अध्यक्ष ने पत्रकारों की पीड़ा सुनी, बोले- “मैं हर मंच पर उठाऊंगा आवाज़

जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से सुना। संवाद के दौरान जब पत्रकारों ने अपने अनुभव साझा किए, तो विवेक सिंह भावुक हो उठे।
उन्होंने कहा, “पत्रकार जो समाज की आवाज़ उठाता है, आज उसी की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। यह मेरी सबसे बड़ी चिंता है।”
विवेक सिंह ने आगे कहा, “एक तरफ़ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट आदेश है कि पत्रकारों की सुरक्षा प्रशासन की जिम्मेदारी है, वहीं दूसरी ओर कई जगहों पर पत्रकारों पर अनावश्यक दबाव बनाकर प्रशासन अपनी कमियों को छुपाने की कोशिश कर रहा है। यह न केवल पत्रकारिता के मूल्यों के खिलाफ है, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा के भी विरुद्ध है।”
कार्यक्रम में उन्होंने उपस्थित पत्रकारों को आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को हर संभव मंच पर उठाएंगे और पत्रकारों की आवाज़ को दबने नहीं देंगे।
साथ ही विवेक प्रताप सिंह ने पत्रकारों को यह संदेश भी दिया कि पत्रकारिता निष्पक्ष होनी चाहिए, न कि किसी एक पक्ष का प्रचार माध्यम। उन्होंने कहा, “ख़बर का मतलब केवल सूचना नहीं, सत्य के सभी पक्षों को दर्शाना होता है। उसमें तथ्यों की पुष्टि होनी चाहिए और समाज के हर वर्ग की बात सामने आनी चाहिए।”
कार्यक्रम में पत्रकारों ने भी खुलकर अपनी समस्याएं साझा कीं और विवेक सिंह के रुख की सराहना की।
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