जलशक्ति मंत्री का संकल्प: पुरानी नहरों को मिली सांस“हर खेत तक पहुंचेगा पानी ”

उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री ने जालौन जनपद के ग्राम महोई में पाहुज नदी के बाएं तट पर स्थित ‘नवीन महोई पम्प नहर’ का शिलान्यास कर ग्रामीण विकास की नई धारा प्रवाहित कर दी। इसके साथ ही लगभग ₹29.64 करोड़ की लागत से पूर्ण हुई 8 परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया गया, जिससे सिंचाई, आवागमन और जल प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत हो गई है।
खेती को मिलेगा जीवन, गाँव को गति
‘नवीन महोई पम्प नहर’ का निर्माण ऐसे इलाकों में जल पहुंचाने के लिए किया जा रहा है, जहां अब तक सिंचाई के पारंपरिक साधन नाकाफी या अनुपलब्ध रहे हैं। इस नहर से हजारों किसानों को समय पर और पर्याप्त सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी, जिससे फसल उत्पादन बढ़ेगा और खेती में लागत घटेगी।
आवागमन अब होगा सुगम और सुरक्षित
जलशक्ति मंत्रालय द्वारा जिन परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ, उनमें ग्रामीण सड़कों का सुदृढ़ीकरण, पुलिया निर्माण और नहरों के किनारे मरम्मत कार्य शामिल हैं। मानसून में जिन रास्तों पर चलना दूभर होता था, अब वहाँ हर मौसम में निर्बाध आवागमन संभव होगा। इससे न केवल स्थानीय लोगों का दैनिक जीवन आसान होगा, बल्कि मंडियों तक किसानों की उपज की समयबद्ध पहुँच भी सुनिश्चित होगी।
पुरानी नहरों को मिली नई साँस
इन योजनाओं में दशकों पुरानी नहरों का पुनर्स्थापन और जल वहन क्षमता में सुधार भी प्रमुख रहा। मरम्मत के बाद अब जल रिसाव पर अंकुश लगा है और पानी की बर्बादी रुकी है, जिससे ग्रामीण जल वितरण प्रणाली अधिक टिकाऊ और कुशल बन गई है।
नई योजनाओं से समृद्ध भविष्य की नींव
आज के समारोह में जलशक्ति मंत्री ने लगभग ₹22.50 करोड़ की अतिरिक्त परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। ये योजनाएं निकट भविष्य में क्षेत्र की जल आवश्यकताओं और बुनियादी ढांचे को और अधिक मजबूत करेंगी, जिससे ग्रामीण जनजीवन की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
जनता ने जताया आभार, भरोसे की हुई पुष्टि
ग्राम महोई और आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने कार्यक्रम के दौरान हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इन परियोजनाओं से उनकी जिंदगी में बदलाव आएगा। महिलाओं और बुजुर्गों ने कहा कि अब पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा।
मंत्री जी ने अपने संबोधन में कहा, “जल और जीवन का संबंध अनोखा है। उत्तर प्रदेश सरकार का हर कदम गांव, गरीब और किसान केकल्याण के लिए समर्पित है। महोई का यह आयोजन सिर्फ शिलान्यास नहीं, बल्कि प्रदेश को ‘हरियाली और खुशहाली’ की ओर लेजाने का ठोस कदम है।”
ग्राम महोई में हुए इस कार्यक्रम ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य सरकार ग्रामीण भारत के कायाकल्प के प्रति गंभीर है। जलशक्ति मंत्रालय के प्रयासों से सिर्फ जालौन ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश अब विकास की मुख्यधारा में है और यह पहल आने वाले वर्षों में ‘समृद्ध उत्तर प्रदेश’ की नींव को और सुदृढ़ करेगी।
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