हथियारों की काली मंडी का पर्दाफाश: चिनहट पुलिस और क्राइम ब्रांच ने किया बड़ा खुलासा

उत्तर प्रदेश की राजधानी में चिनहट पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो दूसरों के नाम पर लाइसेंस लेकर अवैध तरीके से कारतूस खरीदकर उन्हें बाज़ार में ऊँचे दामों पर बेच रहा था। इस संगठित अपराध का मास्टरमाइंड प्रदीप कुमार दीक्षित को पुलिस ने भारी मात्रा में असलहे और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
प्रदीप कुमार दीक्षित नई बस्ती, रहीम नगर, थाना महानगर का निवासी है और काफी समय से अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में संलिप्त था।
पुलिस ने आरोपी के पास से निम्नलिखित सामग्रियाँ बरामद कीं:
• दो लाइसेंसी रिवाल्वर (32 बोर)
• तीन सहस्र लाइसेंस (संभावित फर्जी दस्तावेज़)
• 30 ज़िंदा कारतूस (315 बोर)
• 80 ज़िंदा कारतूस (32 बोर)
इस कार्यवाही को अंजाम दिया चिनहट इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा और स्वाट टीम प्रभारी शिवानंद मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम ने, जिनकी सतर्कता और टीमवर्क के चलते लखनऊ में अवैध हथियारों की तस्करी को एक बड़ा झटका लगा है।
टीम को लंबे समय से इस अवैध नेटवर्क की सूचना मिल रही थी, जिसके आधार पर जाल बिछाकर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा गया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह दूसरों के लाइसेंस का दुरुपयोग कर कारतूस खरीदता था और फिर उसे ज़्यादा कीमत पर अपराधियों या इच्छुक खरीदारों को बेच देता था।
पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और लाइसेंस देने वाले तंत्र की जाँच में जुट गई है। यह कार्यवाही राज्य सरकार की अवैध हथियारों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है।
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