उत्तर प्रदेश में कृषि संकल्प अभियान से 16 लाख से अधिक किसान लाभान्वित

उत्तर प्रदेश में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025’ के अंतर्गत किसानों को आधुनिक तकनीकों और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से जोड़ने का अभियान तेज़ी पकड़ चुका है। इसी कड़ी में बुधवार को कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने चित्रकूट और झांसी में किसानों से सीधा संवाद किया और उन्हें तकनीकी खेती, उन्नत बीज, और सरकारी अनुदानों की जानकारी दी।
चित्रकूट के सिद्धपुर गांव और झांसी के रानी लक्ष्मीबाई कृषि विश्वविद्यालय में हुए संवाद कार्यक्रमों में किसानों को बताया गया कि प्रधानमंत्री कुसुम योजना, खेत तालाब निर्माण, ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग, पॉलीहाउस जैसी योजनाएं खेती को लाभकारी और आधुनिक बना रही हैं। मौके पर किसानों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए और तिलहन व दलहन की खेती को बढ़ावा देने हेतु मुफ्त मिनीकिट भी बांटी गईं।
‘लैब टू लैंड’ मिशन को साकार करने के लिए इस अभियान के अंतर्गत कृषि वैज्ञानिक, जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। अब तक उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में लगभग 16.91 लाख किसान इस अभियान में भाग ले चुके हैं।
अभियान का व्यापक विस्तार:
- जनपद औरैया में पूर्व कृषि मंत्री लाखन सिंह ने किसानों को वैज्ञानिक खेती की विधियाँ समझाईं।
- हाथरस के ससानी क्षेत्र में किसानों को डीएसआर, पॉलीहाउस, प्राकृतिक खेती और नैनो यूरिया के प्रयोग की जानकारी दी गई।
- अयोध्या के अमानीगंज में भी भारी संख्या में किसान एकत्र हुए और सरकार की योजनाओं से अवगत हुए।
सरकार का संकल्प:
प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि खेती सिर्फ परंपरा न रह जाए, बल्कि लाभ का जरिया बने। इसी दृष्टिकोण से ‘कृषि संकल्प अभियान-2025’ को जनांदोलन का रूप दिया जा रहा है।