बाराबंकी से बदला सियासी मिज़ाज: ‘संकल्प शिविर’ में आम आदमी पार्टी ने भरी हुंकार

उत्तर प्रदेश की सियासत में आम आदमी पार्टी (AAP) ने नए तेवरों के साथ कदम बढ़ा दिया है। बाराबंकी में आयोजित “एकदिवसीय संकल्प शिविर” में प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में पार्टी कार्यकर्ताओं को विचारधारा, संगठन निर्माण और जनसंघर्ष की राजनीति पर गहन प्रशिक्षण दिया गया।
संजय सिंह ने कार्यकर्ताओं से स्पष्ट शब्दों में कहा, “कोई भी नेता माँ की कोख से नेता बनकर नहीं आता, उसे संघर्ष की आग से तपकर नेता बनना पड़ता है।” उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से 1 जुलाई से शुरू हो रहे ‘हर घर संपर्क अभियान’ में जुटने का आह्वान किया।
संजय सिंह ने एलान किया कि पार्टी उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनाव को मजबूती से अकेले लड़ेगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल सत्ता पाने का माध्यम नहीं, बल्कि जनता के हक के लिए एक आंदोलन होगा। पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर संगठन को मज़बूत करेंगे और जनता से सीधे संवाद करेंगे।
प्रेस वार्ता में संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मोदी जी ने अडानी के लिए पूरा देश खोल दिया, लेकिन देश के जवानों को 17 साल की नौकरी नहीं दे पा रहे।” उन्होंने अग्निवीर योजना को “देश के साथ विश्वासघात” बताया और इसे रद्द करने की मांग दोहराई।
युवाओं से जुड़ाव पर संजय सिंह ने कहा, “AAP इकलौती पार्टी है जो शिक्षा और स्वास्थ्य की बात करती है।” उन्होंने दिल्ली मॉडल का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी ने वहाँ फ्री सुविधाओं के साथ मुनाफे का बजट पेश कर मिसाल कायम की।
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने महाकुंभ में मृतकों की संख्या को छुपाया। उन्होंने कहा, “जो पार्टी अपने ही वरिष्ठ नेता गोविंदाचार्य के परिवार को लावारिस मान ले, वह देश की जनता की क्या परवाह करेगी?”