हिंसा की आग में झुलसी बेगुनाह: गाज़ियाबाद बाजार में गोलीकांड

Jun 13, 2025 - 12:45
Jun 13, 2025 - 12:45
हिंसा की आग में झुलसी बेगुनाह: गाज़ियाबाद बाजार में गोलीकांड

भीड़भाड़ वाले बाज़ार में पैसों के झगड़े ने ली मासूम की शांति: दो गिरफ्तार, एक फरार

गाज़ियाबाद के इदगाह रोड स्थित एक व्यस्त बाज़ार में बुधवार रात एक खौफनाक घटना घटी, जब एक महिला को तीन युवकों के बीच हुए पैसों के झगड़े के दौरान गोली लग गई। 45 वर्षीय बबीता, जो सब्ज़ी खरीदने बाजार आई थीं, को झगड़े के बीच चली गोली ने घायल कर दिया। फिलहाल बबीता अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

क्या हुआ उस रात?

बबीता, जो त्यागी मार्केट की निवासी हैं, अपने पड़ोसियों के साथ 9:30 बजे सब्ज़ी खरीदने निकली थीं। उसी समय तीन युवक नसीम, शाहबाज़, और सलीम पैसों के लेन-देन को लेकर इदगाह रोड पर आमने-सामने आए।

पुलिस के अनुसार, नसीम ने शाहबाज़ से एक मोटरसाइकिल खरीदी थी और ₹25,000 को लेकर विवाद चल रहा था। नसीम का दावा था कि उसे केवल ₹12,000 देने हैं। जब यह बहस तीखी हो गई, तो शाहबाज़ और सलीम, जो देसी तमंचे लेकर आए थे, ने नसीम पर तीन गोलियाँ चलाईं। इनमें से एक गोली बबीता को जा लगी, जो वहीं से गुजर रही थीं।

स्थानीय लोगों की बहादुरी से दो गिरफ्तार

गोलियों की आवाज़ सुनकर बाजार में अफरा-तफरी मच गई। नसीम मौके से बाइक लेकर फरार हो गया, जबकि शाहबाज़ और सलीम भागने की कोशिश में स्कूटर से गिर पड़े और स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

लोनी के एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने जानकारी दी कि मामला गंभीरता से लेते हुए भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 के तहत हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया है। नसीम की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें गठित कर दी गई हैं।

गंभीर सवाल उठाता यह मामला

यह घटना सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि एक गंभीर सामाजिक प्रश्न भी उठाती है—क्या हमारे बाजार अब सुरक्षित नहीं बचे? एक महिला जो केवल सब्ज़ी लेने निकली थी, वो ऐसी हिंसा की शिकार कैसे बन गई?

न्याय और सतर्कता दोनों ज़रूरी

गाज़ियाबाद प्रशासन को न केवल अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे, बल्कि सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा की निगरानी भी बढ़ानी होगी। यह घटना यह भी दर्शाती है कि आपसी विवाद अब आम जनजीवन के लिए भी ख़तरा बन चुके हैं।