सीएम युवा योजना के तहत बिना ब्याज के लोन से बदलेगी उत्तर प्रदेश के युवाओ की किस्मत

Jun 13, 2025 - 19:39
Jun 13, 2025 - 19:44
सीएम युवा योजना के तहत बिना ब्याज के लोन से बदलेगी उत्तर प्रदेश के युवाओ की किस्मत

उत्तर प्रदेश सरकार की ‘सीएम युवा योजना’ अब केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि स्वरोजगार के क्षेत्र में एक नई क्रांति बनती जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही इस योजना का उद्देश्य है – योग्य, शिक्षित और नवाचार सोच रखने वाले युवाओं को खुद का बॉस बनाना!

अब सरकार ढूंढ रही युवाओं को, खुद पहुंच रही दरवाजे तक

इस योजना की सबसे खास बात यह है कि अब युवाओं को सरकार तक नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि सरकार खुद उनके पास पहुंचेगी। विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग और डिग्री कॉलेजों, और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में अधिकारियों की विशेष टीम जाकर ऐसे युवाओं को चिह्नित करेगी जो अंतिम वर्ष में हैं या पढ़ाई पूरी करने के बाद भी बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।

5 लाख तक का ब्याज-मुक्त लोन, बिना किसी गारंटी के

चिह्नित युवाओं को बिना गारंटी और बिना ब्याज के 5 लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा, जिससे वे स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ा सकें। यह लोन किसी एक व्यवसाय तक सीमित नहीं है चाहे वह केक मैन्युफैक्चरिंग हो, डिजिटल मार्केटिंग, सोलर पैनल इंस्टॉलेशन या इंटीरियर डिज़ाइनिंग हर दिशा में युवाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।

मुख्य फोकस: क्वालिटी टैलेंट और इनोवेटिव आइडियाज

सीएम युवा योजना के नोडल अधिकारी, संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला के अनुसार, योगी सरकार की मंशा है कि शिक्षित, प्रतिभावान और व्यवसायिक दृष्टिकोण रखने वाले युवाओं को आगे लाकर न सिर्फ उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं।

तेजी से हो रही है योजना की ट्रेनिंग और तकनीकी सशक्तिकरण

योजना को ज़मीन पर मजबूती से उतारने के लिए अधिकारियों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। लखनऊ स्थित निर्यात भवन में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में अधिकारियों को सीएम युवा पोर्टल को और अधिक उपयोगी व यूज़र फ्रेंडली बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला में कैपेसिटी बिल्डिंग और फील्ड में टारगेटेड एक्शन पर ज़ोर दिया गया।

53 हजार से ज्यादा युवाओं को मिल चुका है लोन, महिलाएं और अल्पसंख्यक भी आगे

अब तक इस योजना के अंतर्गत 2.5 लाख युवाओं ने आवेदन किया है, जिनमें से 1.10 लाख से अधिक आवेदन बैंकों को भेजे जा चुके हैं। 53,000 से अधिक युवाओं को ऋण स्वीकृत किया गया है और 40,000 से अधिक को लोन वितरित भी हो चुका है। विशेष बात यह है कि इस योजना में महिलाओं, ओबीसी, एससी और अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं ने भी बड़ी संख्या में भागीदारी दिखाई है।

'सीएम युवा योजना' आज नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले युवाओं को गढ़ रही है। यह योजना न सिर्फ बेरोजगारी की समस्या से निपटने की एक ठोस कोशिश है, बल्कि नवाचार, आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्वतंत्रता की ओर एक बड़ा कदम भी है।

उत्तर प्रदेश का हर पढ़ा-लिखा युवा अब ‘बेरोजगार’ नहीं, ‘उद्यमी’ बनेगा – यही है सीएम योगी की नई पहल की असली ताकत।