सीसीटीवी वीडियो कांड: भाजपा ने गोंडा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप को किया बर्खास्त

उत्तर प्रदेश की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब गोंडा जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस वीडियो में अमर किशोर कश्यप एक महिला कार्यकर्ता के साथ पार्टी कार्यालय में आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रहे हैं। मामला तूल पकड़ने के बाद भाजपा ने 18 दिन के भीतर अमर किशोर को पद से बर्खास्त कर दिया।
बताया जा रहा है कि यह वीडियो भाजपा जिला कार्यालय के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ था। वायरल वीडियो में अमर किशोर महिला कार्यकर्ता को कार्यालय में प्रवेश करते हुए इशारा करते हैं, फिर दोनों साथ में अंदर जाते हैं। आगे वीडियो में वह महिला को गले लगाते नजर आते हैं, और दोनों सीढ़ियों से ऊपर की ओर बढ़ते हैं। तीसरे फ्लोर की ओर जाते हुए अमर किशोर महिला का हाथ पकड़ते दिखाई दे रहे हैं।
वीडियो सामने आने के बाद भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें लिखा गया था कि यह आचरण पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला है और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है।
अमर किशोर कश्यप का पक्ष:
इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए अमर किशोर कश्यप ने कहा कि “यह घटना 12 अप्रैल की रात की है। महिला कार्यकर्ता की तबीयत खराब थी और वह दूर से आई थी। मैंने मानवीय दृष्टिकोण से उसे कार्यालय में ठहरने दिया। ऊपर जाते समय उसे चक्कर आया तो उसने मेरा सहारा लिया। यह पूरी तरह साजिश है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी जो निर्णय लेगी, वह उसका पालन करेंगे।
राजनीतिक सफर और निष्कर्ष:
करीब 55 वर्षीय अमर किशोर कश्यप, जिन्हें कार्यकर्ताओं के बीच ‘बम-बम’ के नाम से जाना जाता है, वर्ष 1991 में भाजपा से जुड़े थे। 2016 में जिला महामंत्री बनने के बाद उन्होंने संगठन में कई अहम भूमिकाएं निभाईं। 2021 में उन्हें कार्यवाहक जिलाध्यक्ष और फिर 2023 में पूर्णकालिक जिलाध्यक्ष बनाया गया। उनका कार्यकाल संगठन के लिए प्रभावी रहा, लेकिन यह विवाद अंततः उनके राजनीतिक सफर में एक बड़ी रुकावट बन गया।
भाजपा के इस निर्णय से यह स्पष्ट संकेत मिला है कि पार्टी अनुशासन और संगठन की छवि से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी, चाहे व्यक्ति कितना भी वरिष्ठ क्यों न हो।