योगी सरकार का बड़ा कदम, हजारों छात्रों को मिलेगा लाभ

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शिक्षा और सामाजिक कल्याण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है। प्रदेश के छह जिलों में संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। यह पहल अनुसूचित जाति और वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और गुणवत्तापूर्ण आवासीय वातावरण देने के उद्देश्य से की जा रही है।
राज्य सरकार ने इस योजना के तहत 866.56 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है, जिससे अधूरे निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किया जाएगा। इससे सीधे तौर पर अनुसूचित जाति वर्ग के हजारों छात्रों को लाभ मिलेगा, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ आवासीय सुविधाओं के भी हकदार होंगे।
कौन से जिले होंगे लाभान्वित?
जिन छह जिलों के सर्वोदय विद्यालयों में ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण हो रहा है, वे हैं:
• मुर्तजानगर (सीतापुर)
• मोहम्मदाबाद (फर्रुखाबाद)
• तीरगांव (बाराबंकी)
• घोरावल (सोनभद्र)
• विशम्भरपुर (गोंडा)
• ग्यासपुर (जौनपुर)
इनमें से पांच जिलों को ₹851.98 लाख की दूसरी किस्त दी गई है, जबकि जौनपुर में अलग से बजट जारी किया गया है।
UP सिडको करेगा निर्माण, गुणवत्ता पर विशेष जोर
इन ट्रांजिट हॉस्टलों का निर्माण यूपी सिडको द्वारा किया जा रहा है। समाज कल्याण विभाग ने निर्देश दिए हैं कि कार्य समयबद्ध तरीके से गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। सभी संबंधित दस्तावेज जैसे कि एमओयू और तकनीकी स्वीकृति, शासन को प्रस्तुत किए जाएंगे।
योगी सरकार की समावेशी शिक्षा नीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच के अनुरूप प्रदेश भर में सर्वोदय विद्यालयों का विस्तार किया जा रहा है। इन विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, यूनिफॉर्म, पाठ्यपुस्तकें, स्टेशनरी, भोजन, और दैनिक उपयोग की सामग्री जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
सरकार ने आरक्षण की नीति के अंतर्गत SC वर्ग को 60%, OBC को 25%, और सामान्य वर्ग को 15% आरक्षण दिया है। इस योजना का लाभ उन परिवारों को मिल रहा है जिनकी वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्रों में ₹46,080 और शहरी क्षेत्रों में ₹56,460 तक है।
वर्तमान में 32,538 छात्र इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
120 सर्वोदय विद्यालयों का नेटवर्क – छात्रों के भविष्य की नींव
2017 से पहले जहां मात्र 93 सर्वोदय विद्यालय संचालित हो रहे थे, वहीं योगी सरकार के प्रयासों से यह संख्या 2024-25 तक बढ़कर 120 हो चुकी है। इनमें 100 विद्यालय वर्तमान में संचालन में हैं, जिनमें से 70 बालक और 30 बालिका विद्यालय हैं।
तकनीकी सुविधाओं से लैस हैं यूपी के सर्वोदय विद्यालय
छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु इन विद्यालयों को स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब, डिजिटल लर्निंग टूल्स और उच्चस्तरीय पुस्तकालय जैसी सुविधाओं से जोड़ा गया है। 43 विद्यालय सीबीएसई और 57 यूपी बोर्ड से संबद्ध हैं।
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