केदारनाथ दर्शन से लौट रहीं बिजनौर की दादी-पोती की दर्दनाक मौत
श्रद्धा की उड़ान बनी मातम का सबब, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

केदारनाथ धाम की पवित्र यात्रा से लौटते वक्त रविवार सुबह हुआ एक दिल दहला देने वाला हेलिकॉप्टर हादसा श्रद्धालुओं के लिए मातम में बदल गया। आर्यन एविएशन प्रा. लि. के हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें सवार सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की विनोद देवी (67) और उनकी पोती तुष्टि रानी (17) भी शामिल थीं।
यह दर्दनाक हादसा गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच हुआ, जहां हेलिकॉप्टर उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया और आग की लपटों में घिर गया।
बिजनौर निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता धरमपाल सिंह (70) अपने परिवार के पांच सदस्यों के साथ 13 जून को केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे थे। शनिवार को दर्शन के बाद रविवार सुबह लौटने के लिए वे सभी हेलिपैड पहुंचे, पर सीटें सीमित होने के कारण केवल दो लोग – विनोद देवी और तुष्टि – को हेलिकॉप्टर में बैठने का मौका मिला।
कुछ ही मिनटों बाद, उड़ान के दौरान हेलिकॉप्टर क्रैश की खबर आई। जब हादसे की पुष्टि हुई, तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। धरमपाल सिंह अपने पोतों ईशान (15) और गौरांश (12) के साथ बेस कैंप पर ही रुके हुए थे।
तुष्टि दिल्ली में फैशन डिज़ाइन की पढ़ाई कर रही थी और शुरुआत में इस यात्रा के लिए थोड़ी अनिच्छुक भी थी, लेकिन माँ के कहने पर तैयार हो गई। पारिवारिक मित्र संजय कुमार ने बताया कि तुष्टि के पिता अतुल सिंह, जो खुद वकील हैं, ने अपने परिवार को इस तीर्थ यात्रा के लिए भेजा था।
उत्तराखंड प्रशासन ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद रविवार देर शाम परिजनों को सौंप दिया। बिजनौर के मोहल्ले में शोक की लहर फैल गई। आसपास के लोग और शुभचिंतक धरमपाल सिंह के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित करने लगे।