पीलीभीत मेडिकल कॉलेज में लापरवाही का बड़ा मामला आया सामने

Jun 16, 2025 - 12:39
Jun 16, 2025 - 12:41
पीलीभीत मेडिकल कॉलेज में लापरवाही का बड़ा मामला आया सामने

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत मेडिकल कॉलेज के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) विंग में सीज़ेरियन डिलीवरी के बाद दर्जनों नई माताओं को पीठ पर केमिकल बर्न्स होने की खबर से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। यह मामला मेडिकल लापरवाही का गंभीर उदाहरण बनकर सामने आया है, जिसमें कथित रूप से ऑपरेशन के बाद उचित सफाई न होने के कारण महिलाएं जलन और स्थायी निशानों का शिकार हो गईं।

कैसे हुआ खुलासा?

इस लापरवाही का खुलासा तब हुआ जब सोशल मीडिया पर एक महिला की पीठ पर जलने के निशानों की तस्वीरें वायरल हुईं। हालाकि इन तस्वीरो की पुष्टि अभी नहीं हो पायी है लेकिन मामले ने तूल पकड़ा, और जिला प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू कर दी। हालांकि इन तस्वीरों की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इससे उठे सवालों ने पूरे चिकित्सा तंत्र को कठघरे में ला खड़ा किया।

क्या है आरोप?

बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के दौरान उपयोग की जाने वाली ऐंटीसेप्टिक दवा बेटाडीन को शरीर से पूरी तरह साफ नहीं किया गया। नतीजतन, इन महिलाओं को पीठ पर केमिकल बर्न्स हुए। कुछ डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि ऑपरेशन में इस्तेमाल हुए डाइथर्मी मशीन के दुरुपयोग से भी यह घटना हो सकती है।

पीड़ितों की कहानी

पीड़ित महिलाओं में गजरौला क्षेत्र की रहने वाली चमन देवी शामिल हैं, जिनकी सीज़ेरियन डिलीवरी 2 जून को हुई थी। अन्य पीड़ितों में प्रिंसी, बिरला देवी, रूप देवी और रसकुमारी के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने ऑपरेशन के बाद पीठ पर गंभीर जलन और दर्द की शिकायत की है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. आलोक कुमार शर्मा ने MCH के प्रमुख अधीक्षक (CMS) को नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा, “यह घटना माताओं की पोस्ट-ऑपरेटिव केयर में घोर लापरवाही को दर्शाती है। हम CMS से विस्तृत स्पष्टीकरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”

वहीं, मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता अनेजा ने भी लापरवाही की पुष्टि करते हुए कहा, “ऑपरेशन के दौरान उपयोग किए गए कीटाणुनाशकों को सही ढंग से साफ नहीं किया गया, जिससे यह जख्म हुए। हम मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”