60,244 युवाओं को मिला नया जीवनपथ, ऐतिहासिक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम बना प्रेरणा का केंद्र

Jun 15, 2025 - 14:07
60,244 युवाओं को मिला नया जीवनपथ, ऐतिहासिक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम बना प्रेरणा का केंद्र

रविवार का दिन उत्तर प्रदेश के लाखों परिवारों के लिए खुशी और गर्व का दिन बन गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राजधानी लखनऊ में आयोजित ऐतिहासिक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में प्रदेश के 18 मंडलों से आए 60,244 नवचयनित पुलिस अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस विराट आयोजन में ‘रोजगार के महाकुंभ’ की छवि दिखाई दी, जिसमें अनुशासन और सुव्यवस्था का अनोखा संगम नज़र आया।

जहां एक ओर इतनी बड़ी संख्या में युवक-युवतियां एकत्र हुए, वहीं दूसरी ओर इतनी ही मुस्तैदी से आयोजन की हर व्यवस्था सटीक नजर आई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं आयोजन स्थल का पूर्व निरीक्षण कर चुके थे, जिससे कार्यक्रम को उच्चतम स्तर की कार्यकुशलता मिली।

अनुशासन का परिचय बने नवचयनित युवा

पुरुष अभ्यर्थी जहां एक जैसे खाकी पैंट, सफेद शर्ट और टोपी में सज्ज थे, वहीं 12,000 से अधिक महिला अभ्यर्थियों ने भी पारंपरिक परिधानों में अनुशासन का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। हर मंडल के अभ्यर्थी अपने निर्धारित ब्लॉक में समय से पहुंचे और कतारबद्ध बैठकर प्रक्रिया में हिस्सा लिया।

भीषण गर्मी और उमस भी इस महायोजना में बाधा नहीं बन सकी। अभ्यर्थियों का उत्साह और योगी सरकार की व्यवस्थाएं इस आयोजन को स्मरणीय बनाने में सफल रहीं।

पूरे आयोजन स्थल पर ठंडे पानी की व्यवस्था, फर्स्ट एड किट, और मेडिकल टीम की तैनाती सुनिश्चित की गई थी। मेडिकल इमरजेंसी के लिए हर ब्लॉक में डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ उपस्थित रहे।

प्रदेश के 18 मंडलों के अभ्यर्थियों को A से F ब्लॉक में बांटा गया। हर ब्लॉक में संबंधित मंडल के अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति पत्र वितरण, बैठने और सुविधा की समुचित व्यवस्था की गई।

 ब्लॉक-वार मंडल व्यवस्था:

  • ब्लॉक A: आगरा, गोरखपुर, देवीपाटन
  • ब्लॉक B: बरेली, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट
  • ब्लॉक C: लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर
  • ब्लॉक D: कानपुर, बस्ती, आजमगढ़, झांसी
  • ब्लॉक E: वाराणसी, मीरजापुर, मुरादाबाद
  • ब्लॉक F: मेरठ

यह कार्यक्रम सिर्फ नियुक्ति पत्र वितरण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह नई शुरुआत का प्रतीक बन गया। रोजगार के इस महाकुंभ ने दिखाया कि जब राजनीतिक इच्छाशक्ति और प्रशासनिक समर्पण एक साथ हो, तो परिणाम ऐतिहासिक होते हैं।