भीषण गर्मी में उत्तर प्रदेश ने तोड़ा बिजली की मांग का रिकॉर्ड, 31,104 मेगावॉट पहुंची पीक डिमांड

Jun 11, 2025 - 02:49
Jun 11, 2025 - 02:50
भीषण गर्मी में उत्तर प्रदेश ने तोड़ा बिजली की मांग का रिकॉर्ड, 31,104 मेगावॉट पहुंची पीक डिमांड

उत्तर प्रदेश ने एक बार फिर बिजली की खपत में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 9 जून की रात 11:02 बजे, प्रदेश की बिजली की पीक डिमांड 31,104 मेगावॉट तक पहुंच गई, जो अब तक का सर्वाधिक है। इससे पहले 13 जून 2023 को अधिकतम मांग 30,618 मेगावॉट दर्ज की गई थी।

उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के अधिकारियों का कहना है कि इस साल जून से सितंबर के बीच कभी भी बिजली की मांग 33,000 मेगावॉट को छू सकती है। इस अप्रत्याशित मांग के बावजूद, ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने भरोसा दिलाया कि प्रदेश की पावर मैनेजमेंट प्रणाली पूरी तरह सजग और सक्षम है और इस बढ़ी हुई मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया जा रहा है।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि 6, 7 और 8 जून को क्रमशः 28,581 मेगावॉट, 29,502 मेगावॉट और 30,161 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति की गई, जो कई अन्य बड़े राज्यों की अधिकतम मांग से अधिक है। उदाहरणस्वरूप, 9 जून को यूपी की आपूर्ति गुजरात (25,230 मेगावॉट), महाराष्ट्र (25,191 मेगावॉट), तमिलनाडु (17,867 मेगावॉट), राजस्थान (16,562 मेगावॉट) और पंजाब (15,508 मेगावॉट) से भी ज्यादा थी।

बुनियादी ढांचे में बड़ा निवेश

र्जा मंत्री ने पिछले तीन वर्षों में किए गए बुनियादी ढांचे के सुधारों को इस सफलता का प्रमुख कारण बताया। इनमें ट्रांसमिशन क्षमता में वृद्धि, नए सबस्टेशन, पुराने ट्रांसफार्मर और तारों की जगह नए उपकरणों की स्थापना, और कम वोल्टेज व ट्रिपिंग जैसी समस्याओं में भारी कमी शामिल हैं।

उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली आपूर्ति निर्धारित समयसारणी के अनुसार होनी चाहिए और अनावश्यक बिजली कटौती पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी आवश्यक मरम्मत को पीक आवर्स के बजाय नॉन-पीक टाइम में किया जाना चाहिए ताकि आम जनता को असुविधा न हो।